Hindi Grammar में सबसे पहले वर्ण विचार का अध्ययन किया जाता हैं, जिसमे वर्ण के दो भेद होते हैं, स्वर और व्यंजन इसलिए आज हम स्वर ( Vowels in Hindi ) में अध्ययन करेंगे।
स्वर हमें सीखना जरूरी होता हैं क्योंकि इससे सम्बंधित प्रश्न लगभग सभी एग्जाम में पूछे जाते हैं इसलिए आज हमने यह जरूरी समझा कि हम आपने रीडर्स को आसान शब्दों में फ्री में स्वर सिखाएंगे।
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Vowels in Hindi – अर्थ एवं परिभाषा
स्वर का अर्थ
Vowels एक अंग्रेजी Word हैं जिसे हिंदी में स्वर ( Swar ) कहते हैं का अर्थ होता हैं ऐसे वर्ण या अक्षर जो स्वतन्त्र रूप से बोले जाते हैं उन्हें स्वर कहते हैं।
हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर है –
जैसे –
Swar | Matra |
---|---|
अ | |
आ | ा |
इ | ि |
ई | ी |
उ | ु |
ऊ | ू |
ऋ | ृ |
ए | े |
ऐ | ैै |
ओ | ो |
औ | ौ |
स्वर कि परिभाषा
वे ध्वनियां जिनके उच्चारण में किसी अन्य ध्वनियों कि सहायता नहीं लेनी पड़ती और हवा हमारे मुँह से बिना किसी रूकावट के निकलती हैं, उसे स्वर कहते हैं।
सामान्य शब्दों में – वे सभी वर्ण जो स्वतंत्र रूप से बोले जाते हैं या उच्चारण किया जाता हैं, उसे स्वर कहते हैं।
अन्य शब्दों में – वे वर्ण जिनके उच्चारण में किसी अन्य वर्णो की सहायता की जरूरत नहीं होती, स्वर कहलाता है।
नोट- हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnmala) में मात्रा के आधार पर स्वरों की संख्या 10 है।
Kinds of Vowels – स्वरों का वर्गीकरण
स्वरों को 6 भागो में वर्गीकृत किया गया हैं –
- उच्चारण काल के आधार पर
- ह्स्व स्वर
- दीर्घ स्वर
- समानाक्षर स्वर
- सन्ध्यसर स्वर
- प्लुत स्वर
- उत्पत्ति के आधार पर
- मूल स्वर
- सन्धि ( दीर्घ / गुरु ) स्वर
- मूल दीर्घ स्वर
- सयुंक्त स्वर
- जीभ के प्रयोग के आधार पर
- अग्र स्वर
- मध्य स्वर
- पश्च स्वर
- ऑष्ठ ( ओठों ) कि स्तिथि के आधार पर
- आवृत्तमुखी स्वर
- वृत्तमुखी स्वर
- तालु की स्थिति के आधार पर
- संवृत स्वर
- विवृत स्वर
- अर्ध संवृत स्वर
- अर्ध विवृत स्वर
- उच्चारण अथवा अनुनासिकता के आधार पर
- अनुनासिक स्वर
- निरनुनासिक स्वर
स्वर के भेदो को विस्तार से सीखने के लिए नीचे वाले आर्टिकल को क्लिक करके पढ़ सकते हो –
☛ स्वर किसे कहते हैं? | परिभाषा एवं वर्गीकरण | Swar in Hindi | Hindi Varnamala→
Hindi Vowels का शब्दों में प्रयोग
Swar | मात्रा | शब्द |
---|---|---|
अ | मात्रा नहीं होती | कल |
आ | ा | काल |
इ | ि | किला |
ई | ी | कील |
उ | ु | कुल |
ऊ | ू | कूल |
ऋ | ृ | कृत्रिम |
ए | े | केला |
ऐ | ै | भैया |
ओ | ो | मोर |
औ | ौ | औरत |
Hindi vowels and consonants Chart
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Final Words as Conclusion – निष्कर्ष
हिंदी व्याकरण को सीखने के लिए उसे आसान बनाने के उद्देश्य से वर्गीकृत किया गया हैं जिसमे वर्ण विचार का अध्ययन किया जाता हैं, वर्ण के दो भेद हैं स्वर और व्यंजन जिसमें आज हमने Hindi Swar के बारे में विस्तार से पढ़ा अब हम इस नतीजे पर पहुँचे हैं कि इसको शुरू से अच्छे से पढ़े और इसका अभ्यास करते रहें और Hindi grammar सिखने के लिए इसके सभी टॉपिक्स को स्टेप बाई स्टेप पढ़ते रहें।
FAQ – Hindi Vowels
वोवेल्स को हिंदी में स्वर ( Swar ) कहते हैं।
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत मानक हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर और 35 व्यंजन हैं । हालाँकि, पारंपरिक हिंदी वर्णमाला को 13 स्वरों और 33 व्यंजनों से बना माना जाता है।
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ
मात्रा स्वर का ही एक रूप होता है। जो स्वर का ही प्रतिनिधित्व करता है मात्राओं की संख्या दस होती है।
हिंदी में स्वरों की संख्या 11 होती है जो इस प्रकार हैं – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ । भारत सरकार द्वारा स्वीकृत हिंदी के मानक वर्णमाला में स्वरों की संख्या ग्यारह है जिसमें ॠ को भी शामिल किया गया है।
स्वर वर्ण भेद है।
वर्ण का दूसरा नाम ध्वनि है।
स्वर ध्वनि के 3 प्रकार –
1. हश्व स्वर
2. दीर्घ स्वर
3. प्लुत स्वर
स्वर वर्ण के उच्चारण में किसी दूसरे वर्ण की सहायता नही ली जाती है जबकि व्यंजन वर्ण के उच्चारण में स्वर वर्ण की सहायता ली जाती है
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