भाषा मानवता की सबसे महत्वपूर्ण साधनों में से एक है, जो हमें व्यक्ति से व्यक्ति के बीच संवाद करने की सामर्थ्य प्रदान करती है। हिंदी भाषा जिसमें हम बात करते हैं, वह वर्णों की श्रेष्ठता और संरचना की दृष्टि से बहुत समृद्ध है। इसमें विभिन्न प्रकार के वर्ण और मात्राएँ होती हैं जिनसे अनेक शब्द बनते हैं। o ki matra wale shabd भी इनमें से एक महत्वपूर्ण श्रेणी है, जिनका उपयोग भाषा की सुंदरता को और भी बढ़ा देता है।
O Ki Matra Wale Shabd kya hota hai
चूँकि मात्राएँ हिंदी भाषा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे उन्हें शुरू से ही सीखें। बच्चों को सबसे पहले राशियों के जोड़े का अध्ययन करना चाहिए, जैसे न + ो + ट = नोट और ख + ो + ट = खोट, क्योंकि इन्हें समझना उनके लिए एकल मात्राओं की तुलना में आसान होता है। इस विधि से आप कोई भी संख्या तुरंत सीख सकते हैं।
चूंकि मात्राओं को क्रम से सीखना सबसे सरल तरीका है, इसलिए हमने आपको ओ की मात्रा वाले शब्द जोड़ने का निर्देश दिया है ताकि आप सरल शब्दों का उपयोग करके मात्राएं सीख सकें।
ओ की मात्रा वाले शब्दों के जोड़े
- र + ो + ज = रोज
- भ + ो + र = भोर
- म + ो + र = मोर
- स + ो + न + ा = सोना
- ह + ो + ठ = होठ
- म + ो + ट + ा = मोटा
- स + ो + म + व + ा + र = सोमवार
- ब + ो + ल + न + ा = बोलना
- म + न + ो + ह + र = मनोहर
- ज + ो + क + र = जोकर
- ज + ो + र = जोर
- म + ो + ट + र = मोटर
- ट + ो + प + ी = टोपी
- ख + र + ग + ो + श = खरगोश
2 akshar ke O ki matra wale shabd
गोला | बोला | खोल | शोर |
झोल | मोर | पोल | जोक |
खोट | टोन | चोर | खोला |
जोर | मोर | तोल | गोल |
टोपी | रोटी | पोती | पोल |
लोल | सोना | रोना | कोट |
खोना | लोटा | होता | गोभी |
छोटी | मोती | फोन | कोख |
लोहा | लोटा | मोनू | गोद |
मोनू | रोना | चोट | लोभ |
भोर | बोल | रोग | घोड़ा |
लोग | धोती | गोद | तोड़ |
चोटी | दोष | होम | रोज |
लोभ | योगा | भोला | रोग |
तोता | बोना | ढोसा | गोल |
मोज | खोज | लोक | रोक |
बोदा | होठ | दोष | होश |
3 akshar wale O ki matra wale shabd
पड़ोसी | मोरनी | बोतल |
मोहन | ठोकर | चोकर |
नोकरी | चोरनी | मनोज |
दोमट | भोजन | बोतल |
परोसा | सोहन | भोपाल |
भोपाल | कटोरी | टोकन |
मोहन | सलोनी | रोहन |
कोमल | जोकर | लोमड़ी |
अनोखा | झरोखा | रोशनी |
मोसमी | रोमन | बोलना |
रोचक | मोरनी | कोमल |
4 aur 5 akshar wale o ki matra ke shabd
मनमोहन | गजोधर | सरोकार |
परोपकार | कारोबार | जोरदार |
स्लोचन | हिरोपंती | सोमवार |
मरणोपरांत | खरगोश | दोपहर |
अखरोट | अवलोकन | योगशाला |
जोरावर | डलहोजी | दोगलापन |
गोपनीयता | गोरखपुर | भोजनालय |
सोच कर | बोलकर | मनोरंजन |
ओमकार | ओमबीर | राजकोट |
संतोष | मोबाइल | मोतीचूर |
ओ की मात्रा से बने वाक्य के उदाहरण
- कोमल मेरी किताब ले गयी है।
- सोनू मेरा अच्छा दोस्त है।
- मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
- मैंने आज समोसा खाया।
- आज में अपने दोस्त के साथ कोलकाता जा रहा हु।
- गोपाल को खेलना बहुत पसंद है।
- गोविंद बहुत अच्छा फूटबाल खेलता है।
- दीपक क्लास में बहुत शोर करता है।
- कोयल की आवाज़ बहुत मीठी है।
- सोमवार को मुझे स्कूल जाना है।
- सोनिया एक बहुत अच्छी लड़की है।
- घोड़ा बहुत तेज़ दौड़ता है।
- रोहित ने आज छड़ी तोड़ दी है।
- मुझे डोसा बहुत पसंद है।
- सोनल मेरे पड़ोस में रहती है।
निष्कर्ष
भाषा की सुंदरता उसके वर्णों और मात्राओं में छिपी होती है। “ओ” की मात्रा वाले शब्द भाषा को और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं और उनका अच्छा उपयोग व्यक्ति की वाणी को और भी प्रभावशाली बना देता है। इन शब्दों का उपयोग कविताओं, गीतों, उपन्यासों और संवादों में करके हम भाषा की सुंदरता को और भी उच्चतम स्तर तक ले जा सकते हैं। “ओ” की मात्रा वाले शब्द हमारी भाषा की श्रेष्ठता का प्रतीक हैं और हमें यह याद दिलाते हैं कि भाषा की सुंदरता में मात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
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